शिक्षा का उद्देश्य
शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति में नैतिक, सामाजिक और व्यवसायिक चेतना विकसित करना होता है।
जो शिक्षा व्यवस्था व्यक्ति में में इन तीनों चेतनाओं को समानुपात में विकसित करे वह उत्तम,
जो केवल नैतिक और सामाजिक चेतना ही विकसित करे वह मध्यम,और
जो सामाजिक और व्यवसायिक अथवा मात्र व्यवसायिक चेतना तक ही सीमित हो वह शिक्षा व्यवस्था अधम श्रेणी की होती है।
कम से कम आधुनिक भारतीय शिक्षा व्यवस्था तो अंतिम तीसरी श्रेणी में ही आती है।
Labels
- अंतर्नाद (4)
- अंतर्वाणी (6)
- कविता (2)
- कहानी (2)
- फायकू (2)
- लघुनाटिका (1)
- विचार (1)
- विचार प्रवाह (8)
- विज्ञान कथा (1)
- स्तुति (1)
Tuesday, 19 January 2016
-: पाँच :-
Labels:
विचार प्रवाह
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment